5 Essential Elements For shiv chalisa lyrics in gujarati pdf
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त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
अर्थ- पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है।
ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
जो यह पाठ करे मन लाई । ता पार होत है here शम्भु सहाई ॥
नित्त नेम उठि प्रातः ही, पाठ करो चालीसा।
किया तपहिं भागीरथ भारी । पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
आज के युग में शिव चालीसा पाठ व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिव चालीसा लिरिक्स की सरल भाषा के मध्यम भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥